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मूल्य अनुपालन द्वारा विद्यार्थी सशक्तिकरण (SEVA) का कार्यक्रम हिम अकादमी पब्लिक स्कूल (HAPS)का एक सकारात्मक आकर्षक कार्यक्रम हैं. यह अभिनव कार्यक्रम सभी हितधारकों (माता पिता, छात्रों, प्रबंधन और अध्यापक ) को शामिल कर के, उपदेश द्वारा नहीं अपितु अभ्यास द्वारा, एक मूल्य आधारित समाज के निर्माण के लिए बनाया गया हैं. यह स्कूल में प्रदान की जाने वाली शिक्षा की सम्पूर्ण प्रणाली हैं. स्कूल समाज का प्रतिबिम्ब होता हैं. यह सामाजिक गतिविधियों का खेलक्षेत्र हैं. SEVA इस सम्पूर्ण कार्यक्रम का नैतिक पहलु हैं. यह स्कूल कार्यक्रम का अभिन्न अंग हैं. यह अच्छी तरह से स्थापित किया गया तथ्य हैं कि एक मूल्य विहीन समाज असभ्य लोगों का समाज होता हैं. गाँधी जी ने एक बार कहा था : “जो चीज़ें हमारा विनाश करेंगी, वे हैँ : सिद्धांथिन राजनीति, विवेकहीं आनंद, कार्य के बिना धन, चरित्र के बिना ज्ञान, नैतिकता के बिना व्यापार, विनम्रता के बिना विज्ञानं और बलिदान के बिना धर्म.“ यह कथन जीवन के हर क्षेत्र में मूल्यों के महत्व को प्रमाणित करता हैं. शिक्षा का उद्देश्य तथ्यों का नहीं अपितु मूल्यों का बोध हैं. यह ज्ञान हमें आत्मानुभूति कि ऒर ले जाता हैं. लोग हमें ध्यान से सुन सकते हैँ परन्तु विश्वाश वे केवल उसी पर करें गे जो हम अभ्यास करते हैँ. ये मूल्य विद्यार्थियों के उन गुणों को दर्शाते हैँ जो उन्हें उपयोगी, महत्वपूर्ण और आदरणीय बनाते हैँ. सेवा कार्यक्रम में ऐसे जीवन मूल्यों का समावेश हैं जो शैक्षिक दृष्टि से लाभप्रद, महत्वपूर्ण, आवश्यक और मूल्यांवान होते हैँ तथा शिक्षा पर उनका प्रभाव पड़ा हैं. वे हैँ : सम्मान (Respect), जिम्मेदारी (Responsibility), लचीलापन (Resilience), सत्यनिष्ठा (Integrity), देखभाल (Care)और साइबर कल्याण (Cyber Wellness).इन सब का सांस्कृतिक, सामाजिक और नैतिक प्रभाव हैं. इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के व्यक्तित्व का विकास, अच्छी नागरिकता का निर्माण, चरित्र विकास, सामाजिक दक्षता की पदोन्नति और सकारात्मक चिंतन हैं. हम समझते हैँ कि मानवीय व्यवहार मूल्यों से संचालित होता हैं. यह सही और गलत के मानकों द्वारा निर्धारित होता हैं. विद्यालय में छात्र किसी भी राष्ट्र की पौधशाला होती हैं. हम चाहते हैँ कि हमारा राष्ट्र चरित्रवान लोगों का एक मजबूत राष्ट्र बने. R W Emerson ने उपयुक्त रूप से कहा हैं: Not gold but only men can make A nation great and strong Men who, for truth and honour“s sake Stand fast and suffer long. इसका अर्थ हैं कि किसी राष्ट्र को धन नहीं, अपितु मनुष्य ही महान और शक्तिशाली बनाते हैँ. ऐसे मनुष्य जो सत्य और सम्मान के लिए अडिग खड़े रहते हैँ व कष्ट झेलते हैँ. एक सकारात्मक प्रतिपुष्टि के साथ HAPS छात्रों को स्कूल ही नहीं घर पर भी इन मूल्यों के अभ्यास के लिए अवसर निर्माण करता हैं. सोमवार से शनिवार तक छ: कार्यदिवसों को उपर्युक्त वर्णित छ: मूल्यों केसाथ संबद्ध करता हैं. सोमवार को प्रथम मूल्य “सम्मान“ के साथ संबद्ध किया गया हैं. इस दिन छात्रों का परिचय उन सब गतिविधियों से करवाया जाता हैं जो “सम्मान“ के साथ संबद्ध हों. छात्रों का आचरण और शिष्टाचार उनके व्यवहार में प्रकट होता हैं और उनको “मुस्कान“ के रूप में एक सकारात्मक प्रतिपुष्टि दी जाती हैं. छात्रों को प्रत्येक मूल्य के महत्त्व का एहसास करना सिखाया जाता हैं और इसे अपने जीवन और जीविका का अंग बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता हैं. माता पिता से भी सहयोग माँगा जाता हैं. अध्यापक विद्यार्थियों के लिए एक रोल मॉडल के रूप में कार्य करता हैं.
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